सिंघाड़े का हलवा एक विशेष रूप से उपवास और व्रतों के दौरान बनाने का प्रमुख विकल्प है, और यह बिना अनाज के बनता है, इसलिए यह शाकाहारी भोजन के प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण भोजन है। व्रत के दिनों में सिंघाड़े का हलवा आपको ऊर्जा देता है और बिना अनाज के भी आपको साकारात्मक तरीके से भरपूर मिलावट प्रदान करता है।
सिंघाड़े का आटा, जो कि व्रत के दिनों के लिए सामग्री की एक प्रमुख रूप में है, एक प्रकार का फल होता है जिसे व्रत के दिनों में ही प्राप्त किया जा सकता है। सिंघाड़े का आटा तैयार करने के लिए, सिंघाड़े का आटा को पानी के साथ गूंथा जाता है और फिर उसमें थोड़ा सा घी मिलाया जाता है, जिससे आटा और भी स्वादिष्ट बनता है।
सिंघाड़े का हलवा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- 1 कप सिंघाड़े का आटा
- 1 कप शक्कर
- 1/2 कप घी
- 1/4 कप कद्दू के बीज (पपीता)
- 1/4 कप कटा हुआ काजू
- 4-5 कार्डमम (इलायची)
- 1/2 चम्च इलायची पाउडर
- 1/4 चम्च सूखी खोपरा (नारियल)
- 2 कप पानी
सिंघाड़े का हलवा बनाने की विधी
- सिंघाड़े का आटा तैयार करें: सबसे पहले, सिंघाड़े का आटा बनाने के लिए सिंघाड़े का आटा और पानी को मिलाकर एक सूजी की तरह तैयार करें। इसमें थोड़ा सा घी डालकर अच्छी तरह मिला लें ताकि आटा और बेहतर से मिल जाए।
- कद्दू के बीज और काजू को भूनें: एक कढ़ाई में घी गरम करें और उसमें कद्दू के बीज और कटा हुआ काजू डालें। उन्हें हल्का गहरा भून लें, ताकि वे सुनहरा हो जाएं।
- हलवा तैयार करें: अब उसी कढ़ाई में बनाए गए सिंघाड़े के आटे को डालें और मध्यम आंच पर अच्छी तरह से भूनें। आटा हलका सुनहरा हो जाएगा और खुशबूदार हो जाएगा।
- शक्कर मिलाएं: अब इसमें शक्कर डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- कार्डमम और इलायची पाउडर मिलाएं: अच्छी तरह से मिलाने के बाद, कार्डमम के दाने और इलायची पाउडर को भी मिलाएं।
- घी मिलाएं: अब इसमें घी की खुराक दें और अच्छी तरह से मिलाएं। यह आपके हलवे को और भी स्वादिष्ट बनाएगा।
- नारियल को भूनें: अब एक अलग कढ़ाई में सूखा नारियल भून लें ताकि वो सुनहरा हो जाए।
- पानी मिलाएं: अब सिंघाड़े के हलवे में 2 कप पानी मिलाएं और उसको अच्छी तरह से पकाएं। यह एक जेली की तरह गाढ़ा हो जाना चाहिए।
- परोसने का समय: अच्छी तरह बनाया हुआ सिंघाड़े का हलवा तैयार है। इसे नारियल के साथ गरमा गरम परोसें और खाएं।
आपका स्वादिष्ट सिंघाड़े का हलवा तैयार है! आप इसे नवरात्रि और अन्य व्रतों के दौरान परोस सकते हैं या बस इसका आनंद ले सकते हैं। इसका स्वाद गुदवाला और आरामदायक होता है, और यह आपके व्रत के दिनों को और भी खुशियां देगा।
इसके अलावा, सिंघाड़े का हलवा में कद्दू के बीज और काजू का भूना हुआ मिश्रण डाला जाता है, जो कि इस व्यंजन को और भी स्वादिष्ट और आरामदायक बनाता है। इलायची और इलायची पाउडर के साथ भी मिलाने से इसका स्वाद और भी मिठास वाला हो जाता है।
सिंघाड़े का हलवा के रूप में पानी का उपयोग किया जाता है, जिससे यह जेली की तरह गाढ़ा हो जाता है और एक साकारात्मक खाद्य होता है। इसे गरम नारियल के साथ परोसने पर आपको उपवास के दिनों को और भी खुशीखुशियां देगा।
सिंघाड़े का हलवा न केवल व्रतों के दौरान, बल्कि किसी भी खास मौके पर बनाया जा सकता है, और यह व्यक्तिगत पसंद के आधार पर और भी साजीदा जा सकता है, जैसे कि ड्राई फ्रूट्स, केसर, या अन्य सामग्री को जोड़कर स्वाद को बढ़ाने के लिए।
आपके गर्माहट और स्वादिष्टता से भरपूर सिंघाड़े का हलवा का आनंद लें!